मनीष टांक/ इंद्राज योगी की रिपोर्ट....
नीमकाथाना। युवा जागृति संस्थान द्वारा आयोजित 16 वें दुर्गा पूजा महोत्सव में शारदीय नवरात्रि का आज तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की पूजा अर्चना की गई। देवी भागवत पुराण के अनुसार, मां दुर्गा का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घण्टे के आकार का अर्धचंद्र है, इसी कारण देवी का नाम चंद्रघण्टा पड़ा है। मां दुर्गा की यह शक्ति तृतीय चक्र पर विराज कर ब्रह्माण्ड से दसों प्राणों व दिशाओं को संतुलित करती है और महाआकर्षण प्रदान करती है। इनकी उपासना से भक्तगण समस्त सांसारिक कष्टों से छूटकर सहज ही परमपद के अधिकारी बन जाते हैं।
दिल्ली के कलाकारों ने बांधा समां
संस्था सचिव घनश्याम जांगिड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि महोत्सव का बुधवार को तीसरा दिन रहा। मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की महा आरती आयोजित हुई। मीडिया प्रभारी शेखर ने बताया कि शाम को महाआरती के बाद रात्रि कार्यक्रम में दिल्ली से विशाल ब्रजवासी और राहुल चक्रधारी एंड पार्टी सहित स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोहा।
भगवान शिव व मां काली का भव्य कार्यक्रम
दिल्ली से आई हुई पार्टियों ने भक्तों को खूब आनंदित किया। उन्होंने भगवान शिव और मां काली का भव्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया। जिससे श्रद्धालुओं ने आनंद उठाया।