धरना स्थल पर प्रेस वार्ता का किया आयोजन, पीडितों ने सुनाई दास्तां
नीमकाथाना@खेतड़ी मोड़ चौराहे पर मुआवजा दिलाओं संघर्ष समिति का क्रमिक अनशन चौथे दिन भी जारी रहा। संघर्ष समिति की मांग है कि वर्ष 2016 में खेतडी मोड़ से भावरियो की ढाणी, कपिल हॉस्पिटल से खेतडी मोड चौराहे तक गैर कानूनी रुप की गई तोड फोड में पीडित परिवारांे को मुआवजा मिले एवं बल पूर्वक की गई तोड फोड के जिम्मदारो को सजा दिलवाई जाये। नगरपालिका अध्यक्ष त्रिलोक चन्द दीवान का बयान बहुत ही दुभार्गयपूर्ण है। नगरपालिका अध्यक्ष ने लिपा-पोती का बयान देकर पीछा छुडाने का नाकाम प्रयास किया है। नगरपालिका अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा है कि भूदोली रोड पर तोड-फोड की कार्यवाही कलेक्टर सीकर के आदेश से की गई थी।
जबकि रामोतार गुप्ता पुत्र स्व. देवकीनंदन गुप्ता वार्ड नं 08 खेतडी मोड द्वारा नगरपालिका के सूचना के अधिकार द्वारा प्राप्त पत्र में अधिशाषी अधिकारी ने बताया कि कलेक्टर द्वारा दिनांक 27.04.2016 को नीमकाथाना भ्रमण के दौरान केवल मौखिक निर्देश दिये गये थे। नगरपालिका अध्यक्ष ने कलेक्टर के आदेशो का झूठा बयान देकर जनता को गुमराह करने का काम किया है। साथ ही नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा है कि सरकार भारतीय जनता पार्टी की थी, विधायक भाजपा का था, सांसद भाजपा का था, यह कह देने मात्र से अपनी जिम्मेदारी से बचा नही जा सकता। नियमानुसार नगरपालिका क्षेत्र में कोई भी कार्यवाही नगरपालिका की बिना इच्छा शक्ति से नही की जा सकती। अतः नगरपालिका अध्यक्ष भाजपा पर आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से बचने का असफल प्रयास कर रहे है। नगरपालिका अध्यक्ष ने स्वयं अपने बयान में स्वीकार किया है कि संघर्ष समिति की मांग जायज है। पीडितो को उचित मुआयजा दिया जाना चाहिए तथा दोषियो के विरुद्ध कार्यवाही भी की जानी चाहिए। समिति नगरपालिका अध्यक्ष के जनता को गुमराह करने वाले उक्त बयानो की कडे शब्दो में निन्दा करते हुऐ धरना स्थल पर प्रेस वार्ता का आयोजन किया। इस दौरान समिति संयोजक सांवलराम यादव, रोहिताश नटवाड़ियां, नवीन शर्मा, रणवीर सिंह, बंसत, सहित सैकड़ों महिलाऐं मौजूद रही।