नीमकाथाना। राजस्थान नाथ समाज की तहसील इकाई नीमकाथाना और पाटन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने छः सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता को ज्ञापन सौंपा।
राजस्थान नाथ समाज के पूर्व महामंत्री भैरूलाल योगी ने बताया कि योगी/नाथ समाज के प्रदेश कार्यकारिणी के आह्वान पर राजस्थान राज्य के सभी जिलों व तहसील कार्यालय पर ज्ञापन दिए जा रहे हैं। योगी ने बताया कि गुरु गोरखनाथ बोर्ड की स्थापना करने, समस्त जिलों में नाथ समाज के लिए शमशान भूमि आवंटन करने, गोरखनाथ आश्रमों का निर्माण, नाथ/योगी समाज को घुमंतु /अर्ध घुमंतू जाति में शामिल करने, छात्रावास के लिए भूमि आवंटन सहित छः सूत्रीय मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
मौत के बाद मिट्टी दाग देने की है परंपरा
पूर्व संभागीय उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद योगी ने बताया कि नाथ समाज में मौत के बाद मिट्टी दाग देने की परंपरा आदिकाल से चली आ रही है। जिसके तहत मरने के बाद शव को मिट्टी में दफन किया जाता है, लेकिन नाथ समाज के पास समाधि स्थल की जमीन नहीं होने की वजह से अंतिम संस्कार के समय भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं पूर्व संगठन मंत्री लालचंद योगी ने बताया कि समाज के कई परिवारों में तो शवों को जमीन न होने की वजह से घर के आंगन में ही दफन कर दिया जाता है। कुछ लोगों के पास जमीन है इसलिए वे लोग अपनी खेती की जमीन में शव दफनाने का कार्य मजबूरी में करते हैं।
मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन की दी चेतावनी
राजस्थान नाथ समाज के युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कुमार योगी ने बताया कि नाथ समाज सरकार से लगातार कई वर्षों से 2 गज जमीन की मांग करता रहा है लेकिन विडंबना है कि अभी तक किसी भी सरकार ने नाथ समाज के हितों की तरफ अपना ध्यान केंद्रित नहीं किया है। योगी ने बताया कि नीमकाथाना तहसील मुख्यालय पर अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए छात्रावास, घुमंतू आरक्षण, गोरखनाथ बोर्ड गठन, समाधि के लिए निशुल्क सरकारी जमीन उपलब्ध करवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार व प्रशासन नाथ समाज की मांगों को पूरा नहीं करती है तो नाथ समाज के लोगों द्वारा धरना प्रदर्शन कर आंदोलन किया जाएगा।
ये रहे मौजूद
इस दौरान निमोद उपसरपंच सुरेश योगी, डॉ.विक्रम योगी, निशू योगी, संतोष योगी, सीताराम योगी सहित नाथ समाज के बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।