नीमकाथाना: यादव छात्रावास में संयुक्त अहीर रेजीमेंट मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व परमवीर चक्र से सम्मानित योगेंद्र यादव का स्वागत किया। इससे पहले युवाओं ने शहर के मुख्य मार्गो से बाइक रैली निकाली।
युवाओं ने राष्ट्रवादी जयकारे लगा अहीर रेजीमेंट बनाने की मांग की। राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सेना में रेजिमेंट के गठन की मांग को लेकर काफी समय से मांग चली आ रही है।
1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान नारनौल के नसीबपुर में 5,000 से अधिक अहीर वीरों ने प्राण न्यौछावर किए थे। इसके अलावा 1962 में चीन के साथ युद्ध में रंजागलां पर 114 वीर अहीरों ने अपनी कुर्बानी देकर 3,000 से अधिक चीनी सैनिकों को देश की सीमा से खदेड़ दिया था। वर्ष 1962 व 1971 के युद्ध में अहीर कौम के सपूतों ने देश के खातिर कुर्बानियां दी थी।
उनकी कुर्बानियों को नजरअंदाज नहीं किया सकता है। कई बार सरकार को ज्ञापन भेजकर समाज की भावनाओं से अवगत करवाया जा चुका है। लेकिन अब तक सरकार ने रेजीमेंट के गठन के संबंध में कोई ध्यान नहीं दिया है।
सांवलराम यादव ने कहा कि अहीर समाज सदैव निडर और बहादुर कौम रही है। इस कौम के वीर सपूतों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति दी है। सरकार को जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अहीर रेजिमेंट का गठन करना चाहिए। इस दौरान सर्व समाज के बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।