नीमकाथाना। प्रताप तंवरावाटी राजपूत छात्रावास में महाराणा प्रताप की 482 वीं जयंती व सम्मान समारोह मनाया गया। समारोह में 36 कौम के बड़ी संख्या में लोग जुटे। इससे पहले बाईक रैली निकाली गई।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम अतिथि सम्मान आरंभ किया गया। जिसके दौरान सैनिक कल्याण बोर्ड, पंचायत राज एवं ग्राम विकास राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा और राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी को साफा व माला पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में युवाम संस्था के निदेशक मान सिंह शेखावत व बदलो बदलो राजस्थान के अध्यक्ष डॉ. शिव सिंह पालावत ने भी शिरकत की। कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों ने मंच के माध्यम से सामाजिक समरसता की बात रखी। गणमान्य लोगों ने महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर महाराणा प्रताप के गौरवशाली इतिहास को याद किया।
राज्यमंत्री गुढ़ा ने कार्यक्रम के दौरान श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप ऐसे योद्धा थे। जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। प्रताप ने युद्ध के दौरान सूखी घास की रोटी तक खाई, पर मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की। वहीं, सुखदेव गोगामेडी ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी दुश्मनों के सामने घुटने नहीं टेके। अकबर व उनकी सेना प्रताप से युद्ध करने से कतराती थी। उनकी वीरता ने ही उन्हें वीर बनाया है। डॉ. शिव सिंह पालावत ने महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान पंचायत समिति सदस्य भूपेंद्र सिंह मावंडा, विजय बिजारणिया, तंवरावाटी राजपूत सभा के अध्यक्ष शिवराज सिंह तंवर, राजपाल डोई, ओमवीर सिंह जीलो, दक्षप्रताप सिंह सिरोही, कालू सिंह जीलो, विनोद सैनी भूदोली, विजय माली सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
कॉलेज कर्मियों ने सौंपा ज्ञापन
कार्यक्रम के दौरान कॉलेज कार्मिकों ने संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग को लेकर राज्य मंत्री गुढ़ा को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान नरेश मीणा, नवल किशोर, सुरेंद्र पाल उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के बाद राज्यमंत्री पहुंचे बिजारणियां हाउस, सुनी समस्याएं
जयंती कार्यक्रम के बाद राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा बिजारणियां फार्म हाऊस पर पहुंचे। जहां हरद्वारी लाल बिजारणियां, विकास, विजय बिजारणियां ने स्वागत किया। राज्यमंत्री ने लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी। गुढ़ा ने जल्द समस्याओं का निस्तारण करने का वादा किया। जनसुनवाई के बाद राज्यमंत्री जयपुर के लिए रवाना हो गए।