अंधविश्वास की नगरी बना गणेश्वर तीर्थ धाम, श्रद्वालुओं में भय

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भूत प्रेत का साया छोड़ने आने लगे हैं गालव गंगा तीर्थ धाम पर
ग्रामीणों ने सुरक्षा व्यवस्था करवाने की मांग की
गणेश्वर से उमेश शर्मा की रिपोर्ट..✍️✍️
नीमकाथाना/गणेश्वर- प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में अक्षर देखा जाता है कि कुछ लोग भूत प्रेत के साये से छूटकारा पाने के लिए अंधविश्वास के चक्कर में पड़ जाते हैं। भूत प्रेत के ईलाज के लिए लोग बाबाओं के झांसे में फंस जाते हैं। ये लोग उपाए के करने के मोटी रकम ऐठ लेते हैं। तरह तरह की यातनाओं के साथ टोटके करवाते हैं। अब यह  अंधविश्वास धीरे धीरे तीर्थ धामों तक पहॅुच गया। सोमवार को एक ऐसा ही माामला नीमकाथाना के गणेश्वर गांव में स्थित गालव गंगा तीर्थ धाम पर देखने को मिला। जहां एक महिला रास्ते से रोते हुए आ रही थी महिला को गालव गंगा तीर्थ धाम के गौ मुख से निकलने वाली गर्म जल धारा के नीचे बिठा दिया गया महिला उस वक्त भी चिल्ला रही थी उसके मुंह से एक ही बात निकल रही थी कि मुझे छोड़ दो।
बिलखती महिला
महिला करीब बीस मिनट तक बचाव के लिए चिल्लाती रही। लेकिन तांत्रिकों ने एक न सुनी। कुंड में नहा रहे श्रद्वालुओं में भय का माहोल बन गया। जिससे सभी श्रद्वालु कुंड के बाहर आकर खडे हो गए। वहीं गांव के सैकड़ों महिला व पुरूष एकत्रित होकर महिला को छुटवाया। मौके पर एक बारगी तो लोगों में भय का माहौल बन गया जिससे आसपास में अफरा-तफरी मच गई। पीड़िता के परिजनों ने बताया कि विगत महिनों से महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं हैं। इसलिए हम एक तांत्रिक बाबा से ईलाज करवाने पर उसने कहा था गणेश्वर में गर्म पानी धारा में स्नान करवाकर लाओं तभी बूरी आत्माओं से छुटकारा संभव हैं। पीडित महिला हरियाणा प्रांत के नांगल चोधरी की बताई जा रही हैं। स्थानीय लोगों व महिलाओं ने तांत्रिकों को खरी-खोटी सुनाई। ग्रामीणों ने बताया कि अगर तीर्थ धाम पर ऐसे अंधविश्वास भूत प्रेत वाले आते रहेंगे तो तीर्थ धाम पर श्रद्धालुओं की संख्या कम हो जाएगी। ग्रामीणों ने मांग की है कि धाम पर जादू टोने वाले एवं चोरी की घटना आए दिन होती रहती हैं ऐसे में धाम की सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रबंध होना अतिआवश्यक हैं।
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