मां-बेटी से
दुष्कर्म कर हत्या, मासूम के शरीर पर थे 70-80 जख्म, एक गिरफ्तार
सीकर- वार्ड नंबर 5 इलाके से सात महीने पहले लापता हुई एक महिला व उसकी 7 साल की बेटी से दुष्कर्मकर सूरत में हत्या कर दी गई। 20 दिन तक सूरत पुलिस दोनों की शिनाख्त के प्रयास करती रही। डीएनए जांच के आधार पर दोनों की शिनाख्त सीकर निवासी मां-बेटी के रूप में हुई।
सूरत पुलिस ने दुष्कर्म व हत्या के मामले में गंगापुर सिटी निवासी हरसहाय गुर्जर को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार 24 वर्षीय महिला की पहली शादी फतेहपुर निवासी युवक के साथ 2010 में हुई थी। उससे दोनों के एक बेटी भी हुई।
इसके बाद महिला ने 2013 में बूंदी निवासी एक युवक से परिजनों की बिना अनुमति के शादी कर ली। वह पहले पति की बेटी को भी साथ लेकर बूंदी चली गई। मां और बेटी को कुलदीप और मुकेश नाम के दो आरोपियों ने बूंदी से सूरत लाकर हरिओम और हरसहाय के हाथों बेच दिया था। दोनों ने 35 हजार रुपए में मां-बेटी को खरीदा था।
6 अप्रैल को बेटी और 9 को मां का शव मिला था, डीएनए जांच से हुई शिनाख्त
सूरत के पांडेसरा इलाके में 6 अप्रैल को पांडेसरा में से बच्ची का शव मिला था। मासूम के शरीर पर 70-80 जख्म थे। प्राथमिक जांच में सामने आया कि बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी गई।
9 अप्रैल को सूरत के पांडेसरा में ही जीयाव गांव के पास हाईवे के नजदीक एक महिला की लाश मिली। डीएनए जांच में पता चला कि यह महिला ही उस बच्ची की मां थी।
पुलिस ने काफी प्रयास के बाद बच्ची की हत्या की गुत्थी सुलझाने में सफलता प्राप्त की, लेकिन मां-बेटी की पहचान नहीं हो पाई थी। सूरत पुलिस ने दोनों की पहचान सीकर निवासी के रूप में हुई।
इन सवालों के जवाब तलाश रही है पुलिस
महिला बूंदी से सूरत कैसे पहुंची और सात महीने कहां रही?
महिला कुलदीप और मुकेश के संपर्क में कैसे आई?
महिला ने जिस युवक ने दूसरी शादी की, उसने गुमशुदगी दर्ज क्यों नहीं कराई?
आधार कार्ड, फोटो से पहचान
सूरत पुलिस ने मामले की तहकीकात का केंद्र राजस्थान को बनाया। जांच के बाद पुलिस को पता लगा कि महिला सीकर की रहने वाली थी। इसके बाद पुलिस ने सीकर पहुंच कर महिला के परिजनों से संपर्क किया।
महिला के पिता ने सूरत पहुंच कर फोटो, आधारकार्ड और अन्य सबूत दिए। इसके बाद पुलिस परिजनों को कब्रिस्तान में लेकर गई। पुलिस की उपस्थिति में महिला और उसकी बच्ची को दफना दिया। भास्कर ने सीकर पुलिस से मामले में जानकारी लेने की कोशिश लेकिन उन्होंने किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया।
सीकर- वार्ड नंबर 5 इलाके से सात महीने पहले लापता हुई एक महिला व उसकी 7 साल की बेटी से दुष्कर्मकर सूरत में हत्या कर दी गई। 20 दिन तक सूरत पुलिस दोनों की शिनाख्त के प्रयास करती रही। डीएनए जांच के आधार पर दोनों की शिनाख्त सीकर निवासी मां-बेटी के रूप में हुई।
सूरत पुलिस ने दुष्कर्म व हत्या के मामले में गंगापुर सिटी निवासी हरसहाय गुर्जर को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार 24 वर्षीय महिला की पहली शादी फतेहपुर निवासी युवक के साथ 2010 में हुई थी। उससे दोनों के एक बेटी भी हुई।
इसके बाद महिला ने 2013 में बूंदी निवासी एक युवक से परिजनों की बिना अनुमति के शादी कर ली। वह पहले पति की बेटी को भी साथ लेकर बूंदी चली गई। मां और बेटी को कुलदीप और मुकेश नाम के दो आरोपियों ने बूंदी से सूरत लाकर हरिओम और हरसहाय के हाथों बेच दिया था। दोनों ने 35 हजार रुपए में मां-बेटी को खरीदा था।
6 अप्रैल को बेटी और 9 को मां का शव मिला था, डीएनए जांच से हुई शिनाख्त
सूरत के पांडेसरा इलाके में 6 अप्रैल को पांडेसरा में से बच्ची का शव मिला था। मासूम के शरीर पर 70-80 जख्म थे। प्राथमिक जांच में सामने आया कि बच्ची से दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी गई।
9 अप्रैल को सूरत के पांडेसरा में ही जीयाव गांव के पास हाईवे के नजदीक एक महिला की लाश मिली। डीएनए जांच में पता चला कि यह महिला ही उस बच्ची की मां थी।
पुलिस ने काफी प्रयास के बाद बच्ची की हत्या की गुत्थी सुलझाने में सफलता प्राप्त की, लेकिन मां-बेटी की पहचान नहीं हो पाई थी। सूरत पुलिस ने दोनों की पहचान सीकर निवासी के रूप में हुई।
इन सवालों के जवाब तलाश रही है पुलिस
महिला बूंदी से सूरत कैसे पहुंची और सात महीने कहां रही?
महिला कुलदीप और मुकेश के संपर्क में कैसे आई?
महिला ने जिस युवक ने दूसरी शादी की, उसने गुमशुदगी दर्ज क्यों नहीं कराई?
आधार कार्ड, फोटो से पहचान
सूरत पुलिस ने मामले की तहकीकात का केंद्र राजस्थान को बनाया। जांच के बाद पुलिस को पता लगा कि महिला सीकर की रहने वाली थी। इसके बाद पुलिस ने सीकर पहुंच कर महिला के परिजनों से संपर्क किया।
महिला के पिता ने सूरत पहुंच कर फोटो, आधारकार्ड और अन्य सबूत दिए। इसके बाद पुलिस परिजनों को कब्रिस्तान में लेकर गई। पुलिस की उपस्थिति में महिला और उसकी बच्ची को दफना दिया। भास्कर ने सीकर पुलिस से मामले में जानकारी लेने की कोशिश लेकिन उन्होंने किसी भी तरह की जानकारी होने से इनकार कर दिया।