नीमकाथाना: पिछले एक सप्ताह से नीमकाथाना के ग्रामीण इलाकों में अफवाह चल रही है कि रात में नींद के दौरान महिलाओं युवतियों के कोई अज्ञात बाल काट रहा है। पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। वहीं, बबाई और माउंडा गांव में बीती रात बाल काटने का मामला सामने आया। रविवार को परिजन ग्रामीण थाने पहुंचे। उन्होंने ग्रामीण थाने में मामला दर्ज करवाया है।
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ये तस्वीर कपिल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की है, जहां गुरुवार को महिलाओं के बाल काटने की अफवाह पर लाेगों की भारी भीड़ जमा हो गई। अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लाठियों से भीड़ को खदेड़ा। डॉक्टरों के मुताबिक यहां दो दिनो मे आधा दर्जन महिलाएं बाल काटने की अफवाह के मामले में इलाज करवाने आई।
ग्रामीणों में इस अफवाह का भय इतना है कि वे तंत्र मंत्र को अपना रहे हैं। बाल काटने की अफवाह पहले बीकानेर से शुरू हुई थी। जो की अब नीमकाथाना को भी अपनी चपेट में ले लिया है। इस घटना के बाद गांव के लोगों में डर का माहौल बन गया।
वही मनोचिकित्सक डा. महेश चौधरी ने बताया कि किसी जिम्मेदारी से बचने या तनाव को दूर करने के लिए ऐसा ढोंग करते हैं जो कि भ्रांतियों के कारण सच मान लिया जाता है।
विज्ञान के अपने तर्क है वही लोगो के अपने अलग तर्क है। हर घटना को विज्ञान के नजरिये से देखना भी सही नहीं है। यही अबूझ पहेली लोगो के दिमाग में बनी हुई है कि आखिर ये हो क्या रहा है, यह कैसे सभव है। लेकिन यहां हम आपको बता दें कि धरती अपने आप में बहुत से राज संजोये हुए है, जिनका पता लगाना अभी भी विज्ञान के लिए चुनौती का सबब बना हुआ है।
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ये तस्वीर कपिल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की है, जहां गुरुवार को महिलाओं के बाल काटने की अफवाह पर लाेगों की भारी भीड़ जमा हो गई। अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लाठियों से भीड़ को खदेड़ा। डॉक्टरों के मुताबिक यहां दो दिनो मे आधा दर्जन महिलाएं बाल काटने की अफवाह के मामले में इलाज करवाने आई।
ग्रामीणों में इस अफवाह का भय इतना है कि वे तंत्र मंत्र को अपना रहे हैं। बाल काटने की अफवाह पहले बीकानेर से शुरू हुई थी। जो की अब नीमकाथाना को भी अपनी चपेट में ले लिया है। इस घटना के बाद गांव के लोगों में डर का माहौल बन गया।
वही मनोचिकित्सक डा. महेश चौधरी ने बताया कि किसी जिम्मेदारी से बचने या तनाव को दूर करने के लिए ऐसा ढोंग करते हैं जो कि भ्रांतियों के कारण सच मान लिया जाता है।
विज्ञान के अपने तर्क है वही लोगो के अपने अलग तर्क है। हर घटना को विज्ञान के नजरिये से देखना भी सही नहीं है। यही अबूझ पहेली लोगो के दिमाग में बनी हुई है कि आखिर ये हो क्या रहा है, यह कैसे सभव है। लेकिन यहां हम आपको बता दें कि धरती अपने आप में बहुत से राज संजोये हुए है, जिनका पता लगाना अभी भी विज्ञान के लिए चुनौती का सबब बना हुआ है।

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