एजुकेशन न्यूज़- प्रारंभिक शिक्षा पूर्णता प्रमाण पत्र परीक्षा में अगले सत्र 2019-20 से 16 साल से अधिक आयु वर्ग के विद्यार्थी परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे। ऐसे विद्यार्थियों को साक्षर भारत योजना के तहत संचालित परीक्षा या फिर ओपन परीक्षा देनी होगी।
बीकानेर निदेशालय ने सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को पाबंद किया कि निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत आठवीं कक्षा में 16 साल की उम्र के विद्यार्थियों को ही बैठाने का प्रावधान है। इसके लिए स्कूल के संस्था प्रधानों को निर्देश दिए हैं कि वे आठवीं में 16 साल से अधिक उम्र के विद्यार्थी को विद्यालयों में प्रवेश नहीं दें।
ऐसा होने पर संस्थाप्रधान जिम्मेदार होंगे। हालांकि इस सत्र में निदेशालय ने 16 साल से अधिक आयु के विद्यार्थियों को छूट की अनुमति दी है और ऐसे विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय देकर परीक्षा फाॅर्म भरवाए गए हैं। प्रदेशभर में ऐसे करीब 25 हजार विद्यार्थी थे। उनकी उम्र ज्यादा होने से परीक्षा से बाहर होने का संकट था। बाद में इन्हें छूट दी गई थी।
ऐसा होने पर संस्थाप्रधान जिम्मेदार होंगे। हालांकि इस सत्र में निदेशालय ने 16 साल से अधिक आयु के विद्यार्थियों को छूट की अनुमति दी है और ऐसे विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय देकर परीक्षा फाॅर्म भरवाए गए हैं। प्रदेशभर में ऐसे करीब 25 हजार विद्यार्थी थे। उनकी उम्र ज्यादा होने से परीक्षा से बाहर होने का संकट था। बाद में इन्हें छूट दी गई थी।