वन क्षेत्र में लगी आग से 12 हैक्टेयर में लांपुआ घास व पानी के पूळे जले, तीन घंटे की मशक्कत से वनकर्मियों ने पाया काबू
नीमकाथाना न्यूज़- गांवड़ी के जोड़ली वन क्षेत्र में रविवार को पानी के पूळों में लगी आग से 12 हैक्टेयर में लांपुआ घास एवं पानी के पूळे जल गए। पेड़-पौधे भी झुलस गए। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया। आग से 10 हैक्टेयर सिवायचक व दो हैक्टेयर वन भूमि में नुकसान हुआ है।
जानकारी के मुताबिक दोपहर को जाेड़ली जोहड़ी वन क्षेत्र के समीप खेतों से धुआं उठता देखकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। वहां सिवायचक भूमि के पानी के पूळो में भीषण आग लगी थी। लोगों ने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग बढ़ती गई। इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई। इस पर फोरेस्टर हरलालसिंह खीचड़ के नेतृत्व में टीम गठित कर मौके पर भेजा गया।
टीम ने विभागीय तकनीक से तीन घंटे कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। क्षेत्रीय वन अधिकारी देवेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि विभाग की टीम द्वारा भीषण आग को समय रहते काबू करने से वन क्षेत्र को अधिक नुकसान से बचा लिया। विभाग की टीम में रामकुमार गुर्जर, रामावतार गुर्जर, महावीर गुर्जर, लीलाधर सहायक फोरेस्टर, हेमराज सांखला, शीशराम, जीताराम केटल गार्ड, रामरतन, रामस्वरूप, मोहन बेलदार शामिल थे।
आग बुझाने में स्थानीय बच्चों ने भी वन विभाग की टीम का खूब सहयोग किया। जोड़ली में सिवायचक भूमि में पानी पूळों में लगी आग से काफी वनस्पति झुलस गई। आग से जीव-जंतु भी जल गए।
मीणा की नांगल में जंगल में लगी आग, पांच हैक्टेयर में वनस्पति जली
पाटन- ग्राम मीणा की नांगल में रविवार शाम आग लगने से करीब पांच हैक्टेयर जंगल में वनस्पति जल गई। रेंजर राजेश मीणा ने बताया कि रविवार शाम करीब सात बजे अचानक मीणा की नांगल में रायल्टी नाके के पीछे जंगली घास में आग लग गई। सूचना पर मौके पर पुलिस और नीमकाथाना नगरपालिका की दमकल पहुंची, लेकिन तब तक वन विभाग के कर्मचारियों और ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया।
नीमकाथाना न्यूज़- गांवड़ी के जोड़ली वन क्षेत्र में रविवार को पानी के पूळों में लगी आग से 12 हैक्टेयर में लांपुआ घास एवं पानी के पूळे जल गए। पेड़-पौधे भी झुलस गए। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया। आग से 10 हैक्टेयर सिवायचक व दो हैक्टेयर वन भूमि में नुकसान हुआ है।
टीम ने विभागीय तकनीक से तीन घंटे कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। क्षेत्रीय वन अधिकारी देवेंद्रसिंह राठौड़ ने बताया कि विभाग की टीम द्वारा भीषण आग को समय रहते काबू करने से वन क्षेत्र को अधिक नुकसान से बचा लिया। विभाग की टीम में रामकुमार गुर्जर, रामावतार गुर्जर, महावीर गुर्जर, लीलाधर सहायक फोरेस्टर, हेमराज सांखला, शीशराम, जीताराम केटल गार्ड, रामरतन, रामस्वरूप, मोहन बेलदार शामिल थे।
आग बुझाने में स्थानीय बच्चों ने भी वन विभाग की टीम का खूब सहयोग किया। जोड़ली में सिवायचक भूमि में पानी पूळों में लगी आग से काफी वनस्पति झुलस गई। आग से जीव-जंतु भी जल गए।
मीणा की नांगल में जंगल में लगी आग, पांच हैक्टेयर में वनस्पति जली
पाटन- ग्राम मीणा की नांगल में रविवार शाम आग लगने से करीब पांच हैक्टेयर जंगल में वनस्पति जल गई। रेंजर राजेश मीणा ने बताया कि रविवार शाम करीब सात बजे अचानक मीणा की नांगल में रायल्टी नाके के पीछे जंगली घास में आग लग गई। सूचना पर मौके पर पुलिस और नीमकाथाना नगरपालिका की दमकल पहुंची, लेकिन तब तक वन विभाग के कर्मचारियों और ग्रामीणों ने आग पर काबू पा लिया।