नीमकाथाना/पाटन@कोटपूतली कुचामन स्टेट हाईवे सड़क जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है उसके बावजूद भी इस सड़क का टोल वसूला जा रहा है। यही नहीं सड़क में गहरे खड्डे भी हो चुके हैं जिससे बरसात के मौसम में इन खड्डो से कोई भी बड़े हादसे घट सकते हैं, अगर समय रहते प्रशासन नहीं चेता तो कोई बड़ी दुर्घटना भी घट सकती है। नीमकाथाना से कोटपूतली की सड़क कई जगह गहरे गड्ढों में तब्दील हो चुकी है, उसके बावजूद भी इस सड़क का कोटपूतली जाते वक्त सरुन्ड के पास लगाए गए टोल नाके पर तथा नीमकाथाना के आगे चला के पास टोल नाके पर टोल वसूला जा रहा है, जो वाहन मालिकों के साथ बेईमानी की संज्ञा में आती है।
नीमकाथाना से पाटन आते वक्त रायपुर मोड़ के पास रोड क्षतिग्रस्त हो चुकी है वही डोकण की इंदिरा कॉलोनी,व डोकण बस स्टैंड पर सड़क पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होकर खड्डो में तब्दील हो गई है। इस मार्ग से स्थानीय विधायक एवं प्रशासनिक अधिकारी भी आवागमन करते हैं उसके बावजूद भी क्षतिग्रस्त सड़क की की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है। कोटपूतली जाते समय हसामपुर, बोपिया, बरडा, चोटिया, नारेहडा की सड़क भी पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी है उसके बावजूद भी वाहन मालिकों को टूटी हुई सड़कों का टोल देना पड़ रहा है। डोकण सरपंच प्रतिनिधि बलराम गुर्जर ने बताया कि डोकण ग्राम पंचायत क्षेत्र में दर्जनों क्रेशर प्लांट लगे हुए हैं इन वाहनों के मालिक डंपर ट्रोलो मैं क्षमता से अधिक वजन डालकर चलते हैं जिस कारण सड़क गहरे गड्ढे में तब्दील हो गई है। सरपंच प्रतिनिधि बलराम गुर्जर ने यह भी बताया कि क्षतिग्रस्त सड़क के बारे में स्थानीय विधायक से बात करेंगे क्योंकि आगे बारिश का मौसम आ रहा है ऐसे में इन खड्डो में पानी भर जाने से छोटे वाहन मालिकों को पता भी नहीं चलेगा और ऐसे में कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। ग्राम पंचायत में भी अभी ऐसा कोई फंड नहीं है कि उस मद से इन खड्डो को भरवाया जा सके फिर भी क्षेत्र के भामाशाहों से मदद लेकर जो गहरे खड्डे बने हुए हैं उनको भरवाया जाएगा। ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे।
नीमकाथाना से पाटन आते वक्त रायपुर मोड़ के पास रोड क्षतिग्रस्त हो चुकी है वही डोकण की इंदिरा कॉलोनी,व डोकण बस स्टैंड पर सड़क पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होकर खड्डो में तब्दील हो गई है। इस मार्ग से स्थानीय विधायक एवं प्रशासनिक अधिकारी भी आवागमन करते हैं उसके बावजूद भी क्षतिग्रस्त सड़क की की तरफ किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है। कोटपूतली जाते समय हसामपुर, बोपिया, बरडा, चोटिया, नारेहडा की सड़क भी पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी है उसके बावजूद भी वाहन मालिकों को टूटी हुई सड़कों का टोल देना पड़ रहा है। डोकण सरपंच प्रतिनिधि बलराम गुर्जर ने बताया कि डोकण ग्राम पंचायत क्षेत्र में दर्जनों क्रेशर प्लांट लगे हुए हैं इन वाहनों के मालिक डंपर ट्रोलो मैं क्षमता से अधिक वजन डालकर चलते हैं जिस कारण सड़क गहरे गड्ढे में तब्दील हो गई है। सरपंच प्रतिनिधि बलराम गुर्जर ने यह भी बताया कि क्षतिग्रस्त सड़क के बारे में स्थानीय विधायक से बात करेंगे क्योंकि आगे बारिश का मौसम आ रहा है ऐसे में इन खड्डो में पानी भर जाने से छोटे वाहन मालिकों को पता भी नहीं चलेगा और ऐसे में कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। ग्राम पंचायत में भी अभी ऐसा कोई फंड नहीं है कि उस मद से इन खड्डो को भरवाया जा सके फिर भी क्षेत्र के भामाशाहों से मदद लेकर जो गहरे खड्डे बने हुए हैं उनको भरवाया जाएगा। ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे।