नीमकाथाना न्यूज़- गांव चला के सीआरपीएफ जवान हरचंद मिठारवाल की रविवार देर रात को दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। जम्मू में पोस्टेड हरचंद तीन महीने से बीमार चल रहे थे। उन्हें दिल्ली अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मंगलवार को सुबह मिठारवाल का शव उनके पैतृक गांव चला लाया गया, जहां दोपहर को राजकीय सम्मान से जवान की अंत्येेष्टि की गई।
जवान की इकलौती बेटी निशु ने मुखाग्नि दी। सेना के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जवान के अंतिम संस्कार में बड़ी तादाद में ग्रामीण व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। हरचंद के दो भाइयों की पहले मौत हो चुकी है। परिवार में उनकी मां,पत्नी व एक भाई के अलावा इकलौती पुत्री निशु है। हरचंंद 1998 में सेना में भर्ती हुए थे।
बेटी निशु को तिरंगा सौंपा
जवान की अंतिम निशानी के रूप में सेना के जवानों ने हरचंद की तीन साल की पुत्री निशु को तिरंगा सौंपा। उस दौरान मौजूद लोग भावुक हो गए। परिजनो का रो- रोकर बुरा हाल है। जवान की मौत की सूचना पर पूरे गांव में शोक छा गया।
जवान की इकलौती बेटी निशु ने मुखाग्नि दी। सेना के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जवान के अंतिम संस्कार में बड़ी तादाद में ग्रामीण व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। हरचंद के दो भाइयों की पहले मौत हो चुकी है। परिवार में उनकी मां,पत्नी व एक भाई के अलावा इकलौती पुत्री निशु है। हरचंंद 1998 में सेना में भर्ती हुए थे।
बेटी निशु को तिरंगा सौंपा
जवान की अंतिम निशानी के रूप में सेना के जवानों ने हरचंद की तीन साल की पुत्री निशु को तिरंगा सौंपा। उस दौरान मौजूद लोग भावुक हो गए। परिजनो का रो- रोकर बुरा हाल है। जवान की मौत की सूचना पर पूरे गांव में शोक छा गया।