अजब गजब: क्या आप जानते हैं कुछ अमेज़िंग फैक्ट्स !!!

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दुनिया के अजब-गजब रहस्य जो कोई नहीं ...


  उत्तरी कोरिया के 28 हेयर कट: उत्तरी कोरिया के लोगों को 28 हेयर कट के अतिरिक्त किसी भी अन्य तरह का हेयर कट रखने की छूट नही है। वहाँ के लोगों को सरकार द्वारा मंजूर किए गए 28 हेयर कट में से किसी एक को ही चुनना होता है।

  प्रकाश की गति: आपसे यदि प्रश्न किया जाए तो कि प्रकाश की गति क्या है तब आप इसका सीधा सा उत्तर 3 लाख किलोमीटर/ सेकंड देंगे यदपि यह सही के लगभग है परन्तु सटीक नही है। वास्तव में प्रकाश की गति 2,99,792 होती है अर्थात 3 लाख से 208 किलोमीटर/सेकंड कम। तथा 208 किलोमीटर/सेकंड की रफ़्तार जिसे हम नज़रअंदाज़ कर देते हैं वह कुछ ही पलों में हमें संसार के किसी भी कोने तक पहुंचा सकने में सक्षम होती है।

  एक कुत्ते के पीछे दो देशों का युद्ध: वर्ष 1925 में एक अजीब घटना घटित हुई जब ग्रीस देश का एक आवारा कुत्ता भटकते-भटकते बुल्गारिया का बॉर्डर पार कर गया। इस घटना को “आवारा कुत्ते के कारण हुआ युद्ध” करार भी दिया जाता है। दरअसल इस कुत्ते के पीछे ग्रीस देश का एक सैनिक दौड़ा व बुल्गारिया की सीमा पार कर गया तथा बुल्गारिया के सैनिक जो कि सीमा पर तैनात थे; ने ग्रीस के उस सैनिक पर गोली चला दी। सैनिक की मृत्यु के बाद दोनों देशों में तनाव की स्थति उत्पन्न हो गई जो युद्ध का कारण बनी।

  माचिस से पूर्व हुई थी सिगरेट लाइटर की खोज: माचिस की खोज से पूर्व ही सिगरेट लाइटर की खोज हो चुकी थी ये बात थोड़ी अजीब लग सकती है परन्तु यदि मनुष्य अपने इतिहास का ओर झांक कर देखे तो पता चलता है कि पत्थरों को रगड़ कर आग जलाना इंसान ने सबसे पहले सीखा था। 

यहीं से लाइटर का उपाय आया अंतर सिर्फ ये था कि पत्थरों से आग जलाते समय मनुष्य सूखी घास इत्यादि को इंधन के रूप में प्रयोग करता था जबकि लाइटर में ठोस इंधन की जगह द्रव इंधन ने ले ली थी इसी कारण लाइटर बनाना माचिस बनाने से ज्यादा सरल था क्योंकि वह क्रिया पहले से ही सीखी जा चुकी थी जिसका बाद में विकास कर ओर सरल बनाया गया। माचिस के विकास के पश्चात महसूस किया गया कि लाइटर की अपेक्षा माचिस से आग जलाना सस्ता व सरल था इसी कारण यह लोकप्रिय हो गया।

  छीकने के वैज्ञानिक तथ्य: छीकना एक आम सी क्रिया लगती है परन्तु इससे सबंधित बहुत से ऐसे तथ्य है जो आपको अचंभित कर देंगे सर्वप्रथम छीकने के बाद ईश्वर का नाम लेना जिसकी आज आपको आदत पड़ चुकी है; के पीछे का वैज्ञानिक तथ्य यह है कि छीकते समय आपके दिल की धड़कन एक मिली सेकंड के लिए रूक जाती है तथा फिर से स्वचालित होती है मान्यता है कि इसे एक पूर्ण जन्म के रूप में देखा जाता है। 

भारतीय समाज में अंधविश्वास घर कर चुके हैं हालाँकि अब आधुनिक समय में अंधविश्वासों का स्तर गिर रहा है परन्तु आज भी बहुत से गाँवों में आप देखेगे कि यदि किसी ने छीक दिया तो कुछ क्षणों तक कोई नया कार्य शुरू नहीं किया जाता क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है। यह अंधविश्वास उपरोक्त लिखित वैज्ञानिक तथ्य का ही एक दुष्प्रभाव है जो कि लोगों द्वारा गलत तरीके से लिया गया है। 

कुछ अन्य वैज्ञानिक तथ्यों के अनुसार यदि आप छींकते समय अपनी आँखे खुली रखने की कोशिश करेंगे तो आपकी आँख का आईबॉल (डेला) तिड़क सकता है इसीलिए छीकते हुए किसी भी प्रकार की असहज कोशिश नही करनी चाहिए क्योंकि छीकते समय वायु बड़ी ही तीव्र गति से बाहर आती है यदि आप इसे रोकने का प्रयत्न करेंगे या बहुत ही अधिक जोर से छीकेंगे तो हो सकता है आप अपनी पसली तुडवा बैठें।

क्या चमगादड़ गुफा से निकलते हुए हमेशा बाएं (लेफ्ट) तरफ मुड़ते हैं: यह प्रश्न आपके मस्तिष्क में भी आया होगा क्योंकि लगभग हर एक रोचक जानकारी से सबंधित पृष्ठ व किताब के पन्नो पर आपको इस प्रश्न का उत्तर हाँ में ही मिला होगा परन्तु अधिकतर बुद्धिजीवी इसे एक मिथक मानते हैं। यह चमगादड़ की कोई विशेष आदत नही होती परन्तु यह अवश्य है कि जब भी कोई चमगादड़ का झुण्ड किसी स्थान से बाहर निकलता है तो वे सभी एक दूसरे के पीछे चलते हैं इसी कारण यदि प्रथम चमगादड़ बाएं तरफ मुड़ी तो लगभग सभी चमगादड़ बाएँ तरफ ही मुडेंगी यह सत्य है। 

परन्तु गुफा से निकलते समय सदैव बाएँ तरफ ही मुड़ेगी यह सत्य नही है। क्योंकि चमगादड़ किसी भी दिशा में मुड़ सकने व सीधी उड़ सकने में सक्षम होती हैं। इसके अतिरिक्त चमगादड़ के बारे में वैज्ञानिक तथ्य यह है कि यह एक अकेला ऐसा स्तनपायी है जो मात्र रक्त चूस कर अपना पेट भरता है शोध बताते हैं कि 100 चमगादड़ एक वर्ष में 25 गायों का रक्त चूस सकते हैं।

  विश्व का सबसे छोटा युद्ध सिर्फ 38 मिनट का था: 27 अगस्त 1986 की सुबह लगभग 9 बजे इंग्लैंड तथा जंजीबार सल्तनत (जो कि एक पूर्वी अफ्रीकन द्वीप था) के मध्य युद्ध हुआ। इस युद्ध का कारण था ब्रिटिश समर्थक सुलतान हमद बिन थुवानी की मृत्यु के पश्चात उसके उत्तराधिकारी के तौर पर सुलतान खालिद बिन के स्थान पर हमद बिन मुहम्मद को उत्तराधिकार दिलाना जो ब्रिटिशों का विश्वास पात्र था। ब्रिटिश नौसेना ने 38 मिनट में ही बिट अल हुकुम पैलेस को नष्ट कर दिया तथा फलस्वरूप जंजीबार को आत्मसमर्पण करना पड़ा।

  फेसबुक के प्रथम तीन अकाउंट: फेसबुक के बारे में तो आप सभी जानते होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं कि फेसबुक पर बने पहले तीन अकाउंट है ही नही। इस पर बना चौथा अकाउंट इसके संस्थापक मार्क जुकरबर्ग का है। माना जाता है कि प्रथम तीन अकाउंट ठीक नही बने थे जो इसके संस्थापक ने स्वयं के लिए बनाने का प्रयास किया था इसी कारण उन्हें डिलीट कर दिया गया उस समय मार्क को भी नही पता था कि उनकी ये सामान्य सी गलतियाँ आज आप इस पेज के माध्यम से पढ़ रहे होंगे।

  फेसबुक की प्रसिद्धि सबंधित तथ्य: फेसबुक वेबसाइट इतनी अधिक प्रसिद्धि को प्राप्त कर चुकी है कि आज विश्व का हर 7 वां व्यक्ति फेसबुक पर आभासी रूप से विद्यमान है। जिनमें महिलाओं का प्रतिशत ज्यादा है। फेसबुक दिन प्रतिदिन और अधिक लोकप्रिय होती जा रही है। इसीलिए आने वाले समय में उपयोगकर्ताओं का प्रतिशत बढेगा। यदि वेबसाइट रैंक चेकर अलेक्सा की माने तो फेसबुक के उपयोग कर्ता देशों में अमेरिका के बाद भारत का स्थान आता है फेसबुक पर 100 में से 10 उपयोगकर्ता भारतीय हैं।

  दुनिया का सबसे छोटा देश मात्र 0.2 वर्ग मील का: इटालियन भाषा को आधिकारिक रूप से अपनाने वाला वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है इसका विस्तार आधे वर्ग किलो मीटर में भी नही है 0.44 वर्ग किलोमीटर का यह देश लगभग 872 के करीब लोगों को रहने के लिए स्थान देता है जबकि इनमें से एक भी इस देश का स्थायी नागरिक नही है। मात्र 110 एकड़ में फैले इस देश की मुद्रा यूरो है।

  सपनों में आने वाले चेहरे मस्तिष्क नही बनाता: हमारा मस्तिष्क स्वप्न में नया चेहरा नही बना सकता जो भी अजीबो गरीब चेहरे या स्थान आपको अपने सपने में दिखाई देते हैं वो आपके द्वारा जीवन में कभी ना कभी देखे जा चुके होते हैं चाहे वे आपको याद हो या ना हों। सपनों के बारे में एक अजीब बात ये है कि आपको सपने का अंत तो याद रह सकता है लेकिन आपका सपना कहाँ से शुरू हुआ यह कभी याद नही रहेगा।

  पर्वतों की ऊँचाई 15000 फीट से ज्यादा होना असंभव है: पृथ्वी पर उपस्थित कोई भी पर्वत कभी भी 15000 मीटर से ऊँचा नही हो सकता क्योंकि इससे अधिक होने पर गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव अत्यधिक हो जाएगा यही कारण है कि विश्व में पर्वत चोटियाँ 14000 से 15000 फीट तक तो होती हैं परन्तु 15 हजार फीट से ज्यादा ऊँची एक भी चोटी नही है।
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